Details, Fiction and kismat
सब कुछ मिलेगा कोशिश कर ना बैठे-बैठे चाहत कर !!
बैठे बैठे तो कपड़े नहीं बदलते किस्मत क्या चीज़ है !!
तू चाहे तो उसकी किस्मत में मेरी जान लिख दे !!
तुम अपनी मर्जी से हो हम अपनी मर्जी से खुदा है !!
भरोसा करते है और वो लोग बस बैठे रह जाते हैं !!
अपनी क़िस्मत पर नहीं, हिम्मत पर भरोसा करना सीखो !!
किस्मत का दोष है, सब मुझे दोषी मान चुके हैं !!
हो गई सुबह ख्वाब छोड़ो हकीकत से आँख मिलाओ !!
लोग ये सोच कर परेशान get more info है की मेरी किस्मत कब बदलेगी !!
पर ये लकीरें दिखा कर कहीं काम नहीं बनता !!
जिन्होंने मौका ढूंढने की कोशिश भी नहीं !!
मेरी किस्मत में लिखा सब मिटता चला गया !!
क़िस्मत चले न चले पर अगर मेहनत चलती रही !!
मैं ये नहीं सुन सकता की मैं क़िस्मत की खा रहा हूँ !!